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कोरोना संकट के बीच आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को 58वां दीक्षांत समारोह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीक से आयाेजित किया। 1255 से ज्यादा छात्र घराें में थे और खुद के एनिमेटेड अवतार काे आभासी मंच पर एनिमेटेड निदेशक सुभाषिस चाैधुरी से डिग्रियां लेते देख रहे थे। मेडल चीफ गेस्ट नोबेल विजेता डंकन हाल्डेन के 3-डी अवतार ने प्रदान किए। देश और आईआईटी के 62 साल के इतिहास में पहली बार है, जब दीक्षांत समाराेह इस तरह हुआ। आईआईटी का दावा है कि दुनियाभर में कई दीक्षांत समाराेह ऑनलाइन हुए, लेकिन इस तरह काेई नहीं हुआ। सभी छात्र एक माेबाइल ऐप के जरिए समाराेह से जुड़े थे। चीफ गेस्ट का संबाेधन भी वर्चुअल निदेशक चाैधुरी के मुताबिक, महामारी के बीच भी हम छात्रों को अविस्मरणीय अनुभव देना चाहते थे। भाैतिकी के 2016 के सह नाेबेल विजेता प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्राे. हाल्डेन ने वर्चुअली संबाेधित किया। कहा- इससे दुनिया को सीख लेने की जरूरत है। समारोह के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजाते रहे। 20 विशेषज्ञ छात्रों ने 2 महीने तैयारी की। 5000 घंटे मेहनत की। कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से माेबाइल ऐप डेवलप किया। एक दिन पहले पैरेंट्स के लिए वर्चुअल कैंपस टूर आयाेजित किया। समारोह यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और डीडी सहयाद्री पर टेलीकास्ट। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें वीआर तकनीक के जरिए अपना मेडल लेते छात्रों के 3डी अवतार। https://ift.tt/3grrNor Dainik Bhaskar आईआईटी बॉम्बे कैंपस में न छात्र आए, न चीफ गेस्ट, वर्चुअल मंच से 1255 छात्रों के 3डी अवतारों ने ली डिग्री

कोरोना संकट के बीच आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को 58वां दीक्षांत समारोह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीक से आयाेजित किया। 1255 से ज्यादा छात्र घराें में थे और खुद के एनिमेटेड अवतार काे आभासी मंच पर एनिमेटेड निदेशक सुभाषिस चाैधुरी से डिग्रियां लेते देख रहे थे। मेडल चीफ गेस्ट नोबेल विजेता डंकन हाल्डेन के 3-डी अवतार ने प्रदान किए।

देश और आईआईटी के 62 साल के इतिहास में पहली बार है, जब दीक्षांत समाराेह इस तरह हुआ। आईआईटी का दावा है कि दुनियाभर में कई दीक्षांत समाराेह ऑनलाइन हुए, लेकिन इस तरह काेई नहीं हुआ। सभी छात्र एक माेबाइल ऐप के जरिए समाराेह से जुड़े थे।

चीफ गेस्ट का संबाेधन भी वर्चुअल

  • निदेशक चाैधुरी के मुताबिक, महामारी के बीच भी हम छात्रों को अविस्मरणीय अनुभव देना चाहते थे।
  • भाैतिकी के 2016 के सह नाेबेल विजेता प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्राे. हाल्डेन ने वर्चुअली संबाेधित किया। कहा- इससे दुनिया को सीख लेने की जरूरत है।
  • समारोह के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजाते रहे।
  • 20 विशेषज्ञ छात्रों ने 2 महीने तैयारी की। 5000 घंटे मेहनत की।
  • कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से माेबाइल ऐप डेवलप किया।
  • एक दिन पहले पैरेंट्स के लिए वर्चुअल कैंपस टूर आयाेजित किया।
  • समारोह यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और डीडी सहयाद्री पर टेलीकास्ट।


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कोरोना संकट के बीच आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को 58वां दीक्षांत समारोह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीक से आयाेजित किया। 1255 से ज्यादा छात्र घराें में थे और खुद के एनिमेटेड अवतार काे आभासी मंच पर एनिमेटेड निदेशक सुभाषिस चाैधुरी से डिग्रियां लेते देख रहे थे। मेडल चीफ गेस्ट नोबेल विजेता डंकन हाल्डेन के 3-डी अवतार ने प्रदान किए। देश और आईआईटी के 62 साल के इतिहास में पहली बार है, जब दीक्षांत समाराेह इस तरह हुआ। आईआईटी का दावा है कि दुनियाभर में कई दीक्षांत समाराेह ऑनलाइन हुए, लेकिन इस तरह काेई नहीं हुआ। सभी छात्र एक माेबाइल ऐप के जरिए समाराेह से जुड़े थे। चीफ गेस्ट का संबाेधन भी वर्चुअल निदेशक चाैधुरी के मुताबिक, महामारी के बीच भी हम छात्रों को अविस्मरणीय अनुभव देना चाहते थे। भाैतिकी के 2016 के सह नाेबेल विजेता प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्राे. हाल्डेन ने वर्चुअली संबाेधित किया। कहा- इससे दुनिया को सीख लेने की जरूरत है। समारोह के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजाते रहे। 20 विशेषज्ञ छात्रों ने 2 महीने तैयारी की। 5000 घंटे मेहनत की। कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से माेबाइल ऐप डेवलप किया। एक दिन पहले पैरेंट्स के लिए वर्चुअल कैंपस टूर आयाेजित किया। समारोह यूट्यूब चैनल, फेसबुक पेज और डीडी सहयाद्री पर टेलीकास्ट। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें वीआर तकनीक के जरिए अपना मेडल लेते छात्रों के 3डी अवतार। https://ift.tt/3grrNor Dainik Bhaskar आईआईटी बॉम्बे कैंपस में न छात्र आए, न चीफ गेस्ट, वर्चुअल मंच से 1255 छात्रों के 3डी अवतारों ने ली डिग्री 

कोरोना संकट के बीच आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को 58वां दीक्षांत समारोह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीक से आयाेजित किया। 1255 से ज्यादा छात्र घराें में थे और खुद के एनिमेटेड अवतार काे आभासी मंच पर एनिमेटेड निदेशक सुभाषिस चाैधुरी से डिग्रियां लेते देख रहे थे। मेडल चीफ गेस्ट नोबेल विजेता डंकन हाल्डेन के 3-डी अवतार ने प्रदान किए।

देश और आईआईटी के 62 साल के इतिहास में पहली बार है, जब दीक्षांत समाराेह इस तरह हुआ। आईआईटी का दावा है कि दुनियाभर में कई दीक्षांत समाराेह ऑनलाइन हुए, लेकिन इस तरह काेई नहीं हुआ। सभी छात्र एक माेबाइल ऐप के जरिए समाराेह से जुड़े थे।

चीफ गेस्ट का संबाेधन भी वर्चुअल

निदेशक चाैधुरी के मुताबिक, महामारी के बीच भी हम छात्रों को अविस्मरणीय अनुभव देना चाहते थे।

भाैतिकी के 2016 के सह नाेबेल विजेता प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्राे. हाल्डेन ने वर्चुअली संबाेधित किया। कहा- इससे दुनिया को सीख लेने की जरूरत है।

समारोह के दौरान दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजाते रहे।

20 विशेषज्ञ छात्रों ने 2 महीने तैयारी की। 5000 घंटे मेहनत की।

कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से माेबाइल ऐप डेवलप किया।

एक दिन पहले पैरेंट्स के लिए वर्चुअल कैंपस टूर आयाेजित किया।

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https://ift.tt/3grrNor Dainik Bhaskar आईआईटी बॉम्बे कैंपस में न छात्र आए, न चीफ गेस्ट, वर्चुअल मंच से 1255 छात्रों के 3डी अवतारों ने ली डिग्री Reviewed by Manish Pethev on August 25, 2020 Rating: 5

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