यूपी पुलिस के लिए चुनौती बना 4 लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे का एमपी कनेक्शनसामने आने के बाद कुछ नई कहानियां सामने आई हैं। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले कि बुढ़ार कस्बे से यूपी एसटीएफ विकास दुबे के साले ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू और भतीजे आदर्श को उठाकर ले गई है। विकास दुबे ने करीब 20 साल पहले ज्ञानेंद्र निगम की बहन रिचा निगम उर्फ सोनू से कानपुर में लव मैरिज की थी। बताया जा रहा है कि इन दिनों विकास के काम रिचा खुद देख रही थी। विकास द्वारा 8 पुलिसकर्मियों को हत्या किए जाने के बाद से रिचा भी फरार है। यूपी एसटीएफ सोमवार शाम को शहडोल के बुढ़ार पहुंची और विकास के भतीजे आदर्श को उठा लिया। आदर्श के पिता ज्ञानेंद्र उस समय बुढ़ार में नहीं थे। मंगलवार शाम को जब वे बुढ़ार पहुंचे तो सीधे एसपी से मिलने पहुंचे और अपना पक्ष रखा। बुढार पुलिस ने रातभर ज्ञानेंद्र को थाने में रखा। इसके बाद बुधवार सुबह यूपी एसटीएफ की टीम फिर बुढ़ार पहुंची और ज्ञानेंद्र को भी अपने साथ ले गई। विकास के साले और भतीजे को ले गई यूपी एसटीएफ मंगलवार शाम ज्ञानेंद्र ने बताया था कि वे और विकास 25 साल पहले अच्छे दोस्त थे। उसकी बहन से रिचा निगम से विकास ने करीब 20 साल पहले शादी की है। दो आपराधिक मामलों में उसका विकास के साथ नाम आने के बाद वो कानपुर से बुढ़ार आ गया। और यहीं पर अपना कारोबार कर रहा है। उसका विकास और अपनी बहन रिचा से कोई संबंध नहीं है। 10-15 साल से तो उसकी विकास से बात भी नहीं हुई है। ज्ञानेंद्र की यही बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। विकास कीबुआ के घर आती थी रिचा इधर विकास दुबे की जो लव स्टोरी सामने आई है उसके अनुसार विकास दुबे कानपुर में शास्त्री नगर में अपनी बुआ के घर पढ़ाई करने आया था। पड़ोस में रहने वाले एयरफोर्स कर्मी एचपी निगम की बेटी रिचा से उसकी मुलाकात हुई। रिचा से उसके पापा प्यार से सोनू कहते थे। रिचा से नजदीकी बड़ाने के लिए विकास ने उसके भाई ज्ञानेंद्र से दोस्ती कर ली। दोस्ती इतना परवान चढ़ी की विकास के हर काम में रिचा का भाई ज्ञानेंद्र उसका साथ देने लगा। विकास का रिचा के घर आना जाना शुरू हो गया। विकास किसी भी बहाने से रिचा के घर पहुंच जाता। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ी और एक दूसरे से प्यार करने लगे। इस बीच विकास ने रिचा के माता-पिता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन उन्होंने दूसरी जाति का होने के कारण शादी से मना कर दिया। रिचा को भगाकर ले गया था विकास रिचा के पिता ने बेटी के घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी। और विकास को घर आने से मना कर दिया। 1997 में विकास दुबे ने रिचा को भगाकर ले गया और लव मैरिज कर ली। कुछ दिन बाद रिचा विकास को छोड़कर वापस भी आ गई थी लेकिन विकास की धमकियों के आगे हार मान ली फिर विकास के साथ रहने लगी। इधर, रिचा का भाई विकास का दायां हाथ बनकर काम करने लगा। उसके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हो गए। विकास के साले ज्ञानेंद्र का भी कहना है कि विकास ने उसके कानपुर स्थित मकान तक पर कब्जा कर लिया है। बड़ी मुश्किल से वे उसपर फिर से कब्जा कर पाए हैं। अब शहडोल पुलिस ये गुत्थी सुलझाने में लगी है कि आखिर विकास का साला शहडोल के बुढ़ार कस्बा ही क्यों पहुंचा और उसने यहां भूसे का ही कारोबार क्यों चुना। एसपी से जाकर मिले राजू और उसकी पत्नी मंगलवार को राजू निगम और उसकी पत्नी पुष्पा निगम पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि वह 15 साल पहले ही कानपुर छोड़कर बुढ़ार आकर रहने लगे हैं। विकास दुबे से उनका कोई लेना देना नहीं है, इन्होंने शपथ पत्र देकर कहा कि 15 साल से विकास के साथ कोई नाता भी नहीं है। पुष्पा निगम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा है कि मेरे पति राजू निगम और बेटे आदर्श को एसटीएफ टीम से मुक्त कर दिया जाए। न तो विकास यहां आता है और न ही हम लोग विकास के यहां जाते। पुष्पा निगम ने कहा है कि विकास दुबे ने जो कुछ भी किया है गलत किया है और उसका परिणाम उसे भुगतना चाहिए लेकिन मेरे पति और मेरा बेटा निर्दोष है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें विकास दुबे और उसकी पत्नी रिचा https://ift.tt/3iIMj64 Dainik Bhaskar यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे की लव स्टोरी; दोस्त की बहन को ले गया था भगाकर, सास-ससुर की कनपटी पर लगा दी थी पिस्टल
यूपी पुलिस के लिए चुनौती बना 4 लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे का एमपी कनेक्शनसामने आने के बाद कुछ नई कहानियां सामने आई हैं। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले कि बुढ़ार कस्बे से यूपी एसटीएफ विकास दुबे के साले ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू और भतीजे आदर्श को उठाकर ले गई है। विकास दुबे ने करीब 20 साल पहले ज्ञानेंद्र निगम की बहन रिचा निगम उर्फ सोनू से कानपुर में लव मैरिज की थी। बताया जा रहा है कि इन दिनों विकास के काम रिचा खुद देख रही थी। विकास द्वारा 8 पुलिसकर्मियों को हत्या किए जाने के बाद से रिचा भी फरार है।
यूपी एसटीएफ सोमवार शाम को शहडोल के बुढ़ार पहुंची और विकास के भतीजे आदर्श को उठा लिया। आदर्श के पिता ज्ञानेंद्र उस समय बुढ़ार में नहीं थे। मंगलवार शाम को जब वे बुढ़ार पहुंचे तो सीधे एसपी से मिलने पहुंचे और अपना पक्ष रखा। बुढार पुलिस ने रातभर ज्ञानेंद्र को थाने में रखा। इसके बाद बुधवार सुबह यूपी एसटीएफ की टीम फिर बुढ़ार पहुंची और ज्ञानेंद्र को भी अपने साथ ले गई।
विकास के साले और भतीजे को ले गई यूपी एसटीएफ
मंगलवार शाम ज्ञानेंद्र ने बताया था कि वे और विकास 25 साल पहले अच्छे दोस्त थे। उसकी बहन से रिचा निगम से विकास ने करीब 20 साल पहले शादी की है। दो आपराधिक मामलों में उसका विकास के साथ नाम आने के बाद वो कानपुर से बुढ़ार आ गया। और यहीं पर अपना कारोबार कर रहा है। उसका विकास और अपनी बहन रिचा से कोई संबंध नहीं है। 10-15 साल से तो उसकी विकास से बात भी नहीं हुई है। ज्ञानेंद्र की यही बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है।
विकास कीबुआ के घर आती थी रिचा
इधर विकास दुबे की जो लव स्टोरी सामने आई है उसके अनुसार विकास दुबे कानपुर में शास्त्री नगर में अपनी बुआ के घर पढ़ाई करने आया था। पड़ोस में रहने वाले एयरफोर्स कर्मी एचपी निगम की बेटी रिचा से उसकी मुलाकात हुई। रिचा से उसके पापा प्यार से सोनू कहते थे। रिचा से नजदीकी बड़ाने के लिए विकास ने उसके भाई ज्ञानेंद्र से दोस्ती कर ली। दोस्ती इतना परवान चढ़ी की विकास के हर काम में रिचा का भाई ज्ञानेंद्र उसका साथ देने लगा। विकास का रिचा के घर आना जाना शुरू हो गया। विकास किसी भी बहाने से रिचा के घर पहुंच जाता। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ी और एक दूसरे से प्यार करने लगे। इस बीच विकास ने रिचा के माता-पिता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन उन्होंने दूसरी जाति का होने के कारण शादी से मना कर दिया।
रिचा को भगाकर ले गया था विकास
रिचा के पिता ने बेटी के घर से निकलने पर पाबंदी लगा दी। और विकास को घर आने से मना कर दिया। 1997 में विकास दुबे ने रिचा को भगाकर ले गया और लव मैरिज कर ली। कुछ दिन बाद रिचा विकास को छोड़कर वापस भी आ गई थी लेकिन विकास की धमकियों के आगे हार मान ली फिर विकास के साथ रहने लगी। इधर, रिचा का भाई विकास का दायां हाथ बनकर काम करने लगा। उसके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हो गए। विकास के साले ज्ञानेंद्र का भी कहना है कि विकास ने उसके कानपुर स्थित मकान तक पर कब्जा कर लिया है। बड़ी मुश्किल से वे उसपर फिर से कब्जा कर पाए हैं। अब शहडोल पुलिस ये गुत्थी सुलझाने में लगी है कि आखिर विकास का साला शहडोल के बुढ़ार कस्बा ही क्यों पहुंचा और उसने यहां भूसे का ही कारोबार क्यों चुना।
एसपी से जाकर मिले राजू और उसकी पत्नी
मंगलवार को राजू निगम और उसकी पत्नी पुष्पा निगम पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि वह 15 साल पहले ही कानपुर छोड़कर बुढ़ार आकर रहने लगे हैं। विकास दुबे से उनका कोई लेना देना नहीं है, इन्होंने शपथ पत्र देकर कहा कि 15 साल से विकास के साथ कोई नाता भी नहीं है। पुष्पा निगम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए कहा है कि मेरे पति राजू निगम और बेटे आदर्श को एसटीएफ टीम से मुक्त कर दिया जाए। न तो विकास यहां आता है और न ही हम लोग विकास के यहां जाते। पुष्पा निगम ने कहा है कि विकास दुबे ने जो कुछ भी किया है गलत किया है और उसका परिणाम उसे भुगतना चाहिए लेकिन मेरे पति और मेरा बेटा निर्दोष है।
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