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https://ift.tt/398wiCj अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2OAdsKD via IFTTT https://ift.tt/2DMiS30 अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। https://ift.tt/398wiCj Dainik Bhaskar अनलॉक के बाद भी मशहूर हैप्पी स्ट्रीट की दुकानों पर पाबंदी जारी, 100 से ज्यादा लोगों की जीविका पर संकट, सरकार से गाइडलाइन जारी करने की मांग

अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। https://ift.tt/398wiCj Dainik Bhaskar अनलॉक के बाद भी मशहूर हैप्पी स्ट्रीट की दुकानों पर पाबंदी जारी, 100 से ज्यादा लोगों की जीविका पर संकट, सरकार से गाइडलाइन जारी करने की मांग

अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा।

लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है।

इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है।
हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै
7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं।

31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन

अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है।

यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है।

गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे

हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा।

स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति

फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे।

हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं।

रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है।



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7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है।


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July 18, 2020 at 06:13AM
https://ift.tt/398wiCj अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2OAdsKD via IFTTT https://ift.tt/2DMiS30 अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। https://ift.tt/398wiCj Dainik Bhaskar अनलॉक के बाद भी मशहूर हैप्पी स्ट्रीट की दुकानों पर पाबंदी जारी, 100 से ज्यादा लोगों की जीविका पर संकट, सरकार से गाइडलाइन जारी करने की मांग https://ift.tt/398wiCj 

अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा।

लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है।

इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है।

हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै

7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं।

31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन

अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है।

यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है।

गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे

हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा।

स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति

फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे।

हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं।

रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है।

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7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है।

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via IFTTT https://ift.tt/2DMiS30 अहमदाबाद खाने-पीने वालों के लिए एक फेवरेट शहर है। यहां के लजीज स्ट्रीट फूड्स दुनियाभर में फेमस हैं।अहमदाबाद के लो-गार्डन इलाके में इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। अभी लोग यहां के जायकों का लुफ्त उठाते उससे पहले ही कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया और हैप्पी स्ट्रीट को बंद करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1 की शुरुआत हुई तो थोड़ी उम्मीद जगी की यहां के जायकों की महक लौटेगी लेकिन अभी तक यहां रौनक नहीं लौटी है। कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर यहां के बाजार अभी भी नहीं खुल सके हैं, पाबंदी जारी है।इसका असर यहां के कारोबारियों व दुकानदारों पर पड़ा है। उनका काफी नुकसान हुआ है। इसी साल फरवरी में हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत हुई। कोरोना के चलते अभी यहां पाबंदी जारी है। हैप्पी स्ट्रीटमें100से ज्यादा लोगों को रोजगारमिलताहै 7फरवरी से अहमदाबाद के लो-गार्डन मेंशुरू की गई हैप्पी स्ट्रीट में हरदिनशाम 7 बजे से11केबीच लोग खाने-पीने का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां अच्छी खासी संख्या में लोगों की भीड़ रहती है। एक अनुमान के मुताबिक, करीब 100 लोगों को यहां रोजगार मिलता है। हालांकि, अभी कोरोना संक्रमण की वजह से यहां पाबंदी है। इस वजह से लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। दुकानदारों के धंधे बंद हो गए हैं। 31बड़ीऔरतीन प्रकार की11छोटी फूड वैन अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने हैप्पी स्ट्रीट की शुरुआत की। यहां 31 बड़ी दुकानें और तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। उसके सामनेपार्किंग बनाया गया है।पूरी स्ट्रीटका लूक हेरिटेज स्ट्रीट के रूप में दिया गया है। यहां 31 बड़ी दुकानें व तीन तरह की 11 छोटी दुकानों की फूड वैन हैं।एक फूड वैन के सामने 24लोगों के बैठने की जगह होती है। गाइडलाइन जारी होने केबाद विचार करेंगे हैप्पी स्ट्रीट शुरू करने के मामले स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन अमुल भट्ट ने दैनिक भास्कर को बताया कि सार्वजनिक स्थलों को खोलने को लेकर केंद्र सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। इसलिए अभी हैप्पी स्ट्रीट बंद रहेगा और खाने-पीने की दुकानें नहीं खुल पाएंगी। गाइडलाइन जारी होने के बाद ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा। स्ट्रीट फ़ूड स्टॉल शुरू करने के लिए ब्लॉगर्स ने मांगी अनुमति फूड ब्लॉगर अभिनिषा जुबिन आशरा ने दैनिकभास्कर से कहा किसरकार को स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। फूड स्टॉल खोलने की छूट मिलनी चाहिए। इसके साथ ही रेस्त्रां वालों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनके खाने की क्वालिटी बनी रहे, स्वाद बना रहे, तो ही लोग फूड ऑर्डर कर पाएंगे। हैप्पी स्ट्रीट में हर दिन शाम 7 से 11 बजे के बीच अहमदाबाद के लोग खाने-पीने का लुफ्त उठाने के लिए आते हैं। रेस्त्रां मालिकों कोहाइजीन फ़ूड और कोरोना से बचने के उपाय के साथ ग्राहकों का विश्वास जीतना होगा।जो ग्राहकों का विश्वास जीतेगा, वही इस कोरोना के दौर में अच्छीकमाई कर सकेगा। अभीलोगो नेफ़ूड की होम डिलीवरी लेने की शुरुआतकर दी हैऔर अगस्त तक होटलें भी खोली जा सकते हैं,ऐसीउम्मीद की जा रही है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 7 फरवरी 2020 को अहमदाबाद नगर निगम ने 325 मीटर लंबी हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण किया। निगम ने इसके लिए 8. 5 करोड़ रुपये खर्च किए। अभी कोरोना के चलते यहां पाबंदी जारी है। https://ift.tt/398wiCj Dainik Bhaskar अनलॉक के बाद भी मशहूर हैप्पी स्ट्रीट की दुकानों पर पाबंदी जारी, 100 से ज्यादा लोगों की जीविका पर संकट, सरकार से गाइडलाइन जारी करने की मांग Reviewed by Manish Pethev on July 18, 2020 Rating: 5

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