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आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वे कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ है। समीर कहते हैं- जब नौकरी छोड़कर गांव लौटा, तो परिवार के लोग बहुत नाराज हुए। उनका कहना था कि खेती में क्या रखा है, लोग गांव छोड़कर शहर जा रहे हैं और तुम गांव लौट रहे हो। उन्हें चिंता थी कि नौकरी नहीं रहेगी, तो लड़के की शादी नहीं हो पाएगी। खेती को बिजनेस बनाने का फैसला किया समीर ने बताया- हमारे एरिया में अंजीर की खेती खूब होती है। हमारे घर में भी लोग अंजीर की खेती करते थे। लेकिन उतना मुनाफा नहीं हो रहा था। इसलिए मैंने खेती को सिर्फ खेती न समझकर बिजनेस बनाने का काम किया। मैंने पोस्ट प्रोडक्शन यानी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग को लेकर काम करना शुरू किया। समीर पांच एकड़ जमीन पर अंजीर की खेती कर रहे हैं। वे दूसरे किसानों की फसल भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं। समीर ने पहली बार एक एकड़ जमीन में अंजीर की खेती शुरू की। जब फ्रूट्स तैयार हो गए तो पास के कुछ फूड मार्केट में उन्होंने बात की और फ्रेश फ्रूट्स सप्लाई करने का शुरू किया। उन्हें प्रोडक्ट सही लगा, तो सप्लाई रेगुलर कर दी। धीरे धीरे दायरा बढ़ता गया। आज उनके प्रोडक्ट्स देशभर में सुपर मार्केट्स के साथ ऑनलाइन भी मौजूद हैं। अब वे दूसरे किसानों के उत्पाद भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं। अब समीर फ्रेश फ्रूट्स के साथ अंजीर से अलग-अलग फ्लेवर में जेली और जैम भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम पवित्रक रखा है जो अंजीर का संस्कृत नाम है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती है। अंजीर की खेती कैसे करें? समीर कहते हैं कि अंजीर की खेती के लिए सबसे जरूरी है क्लाइमेट और जमीन। यह गर्म और सूखे प्रदेश में अच्छा होता है। इसके लिए मध्यम जमीन यानी न ज्यादा कठोर और न ही ज्यादा मुलायम होनी चाहिए। साथ ही जलजमाव वाली जगह नहीं चाहिए। अंजीर की खेती के लिए जून जुलाई का महीना काफी अच्छा होता है। इसी समय पौधरोपण करना चाहिए। एक एकड़ जमीन में करीब 300 पौधे लगाए जाते हैं। एक पौधे की कीमत 20 रुपए तक होती है। एक साल बाद इन पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। फल निकालने के बाद पौधों की देखभाल जरूरी होती है, तभी वे अगली फसल के लिए तैयार हो पाते हैं। अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। खेती से मुनाफा कैसे कमाएं? समीर बताते हैं कि खेती सबसे बड़ा बिजनेस सेक्टर है। आप चाहे किसी भी फसल की खेती करें, अगर आप उत्पादन के साथ- साथ पैकेजिंग और मार्केटिंग पर काम करेंगे, डायरेक्ट सेल करेंगे तो मुनाफा होगा ही। वे कहते हैं कि पहले भी लोग अंजीर की खेती यहां करते थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था। क्योंकि वे सिर्फ प्रोडक्शन करते थे। इसके आगे का काम मिडिल मैन करते थे। मैंने इस गैप को पाट दिया। समीर ने कहा- जो फ्रूट्स बाजार में हार्वेस्टिंग के दो या तीन दिन बाद पहुंचते थे, मैं उन्हें छोटे-छोटे पैकेट्स में एक दिन के भीतर ही पहुंचाने लगा। इससे फायदा ये हुआ कि जो पैसा बिचौलियों को मिलता था, वो मेरे हिस्से आने लगा। साथ ही ज्यादा ताजा होने के चलते भी बाजार में मेरे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई। फ्रूट्स की प्रोसेसिंग बनी गेम चेंजर समीर कहते हैं- कई बार कुछ फ्रूट्स बच जाते थे या दब जाते थे। इन्हें हम बाजार में नहीं बेच पाते थे। ऐसे प्रोडक्ट के लिए हमने प्रोसेसिंग का तरीका अपनाया। मेरे भाई ने फूड साइंस में इंजीनियरिंग की थी। उसने इससे जेली और जैम बनाने का सुझाव दिया। इसके बाद मैंने भी कुछ रिसर्च किया और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी जुटाई। फिर हमने जेली और जैम तैयार करना शुरू किया। जो आज ऑनलाइन और ऑफलाइन हर स्टोर पर उपलब्ध है। समीर के मुताबिक सिर्फ फ्रूट्स से प्रति एकड़ डेढ़ से दो लाख का मुनाफा कमाया जा सकता है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती हैं जो फ्रूट्स की हार्वेस्टिंग से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम करती है। अंजीर खाने के फायदे अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। ये वेट लॉस, डायबिटीज कंट्रोल करने, हार्ट को हेल्दी रखने, इम्युनिटी को बढ़ाने और कैंसर की रोकथाम करने में मदद करता है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे अंजीर की खेती करते हैं। वे इसकी जेली और जैम भी तैयार कर मार्केट में सप्लाई करते हैं। https://ift.tt/3rRaqnU Dainik Bhaskar मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ अंजीर की खेती और प्रोसेसिंग शुरू की, सालाना 1.5 करोड़ टर्नओवर

आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वे कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ है।

समीर कहते हैं- जब नौकरी छोड़कर गांव लौटा, तो परिवार के लोग बहुत नाराज हुए। उनका कहना था कि खेती में क्या रखा है, लोग गांव छोड़कर शहर जा रहे हैं और तुम गांव लौट रहे हो। उन्हें चिंता थी कि नौकरी नहीं रहेगी, तो लड़के की शादी नहीं हो पाएगी।

खेती को बिजनेस बनाने का फैसला किया
समीर ने बताया- हमारे एरिया में अंजीर की खेती खूब होती है। हमारे घर में भी लोग अंजीर की खेती करते थे। लेकिन उतना मुनाफा नहीं हो रहा था। इसलिए मैंने खेती को सिर्फ खेती न समझकर बिजनेस बनाने का काम किया। मैंने पोस्ट प्रोडक्शन यानी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग को लेकर काम करना शुरू किया।

समीर पांच एकड़ जमीन पर अंजीर की खेती कर रहे हैं। वे दूसरे किसानों की फसल भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

समीर ने पहली बार एक एकड़ जमीन में अंजीर की खेती शुरू की। जब फ्रूट्स तैयार हो गए तो पास के कुछ फूड मार्केट में उन्होंने बात की और फ्रेश फ्रूट्स सप्लाई करने का शुरू किया। उन्हें प्रोडक्ट सही लगा, तो सप्लाई रेगुलर कर दी। धीरे धीरे दायरा बढ़ता गया। आज उनके प्रोडक्ट्स देशभर में सुपर मार्केट्स के साथ ऑनलाइन भी मौजूद हैं। अब वे दूसरे किसानों के उत्पाद भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

अब समीर फ्रेश फ्रूट्स के साथ अंजीर से अलग-अलग फ्लेवर में जेली और जैम भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम पवित्रक रखा है जो अंजीर का संस्कृत नाम है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती है।

अंजीर की खेती कैसे करें?
समीर कहते हैं कि अंजीर की खेती के लिए सबसे जरूरी है क्लाइमेट और जमीन। यह गर्म और सूखे प्रदेश में अच्छा होता है। इसके लिए मध्यम जमीन यानी न ज्यादा कठोर और न ही ज्यादा मुलायम होनी चाहिए। साथ ही जलजमाव वाली जगह नहीं चाहिए।

अंजीर की खेती के लिए जून जुलाई का महीना काफी अच्छा होता है। इसी समय पौधरोपण करना चाहिए। एक एकड़ जमीन में करीब 300 पौधे लगाए जाते हैं। एक पौधे की कीमत 20 रुपए तक होती है। एक साल बाद इन पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। फल निकालने के बाद पौधों की देखभाल जरूरी होती है, तभी वे अगली फसल के लिए तैयार हो पाते हैं।

अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है।

खेती से मुनाफा कैसे कमाएं?
समीर बताते हैं कि खेती सबसे बड़ा बिजनेस सेक्टर है। आप चाहे किसी भी फसल की खेती करें, अगर आप उत्पादन के साथ- साथ पैकेजिंग और मार्केटिंग पर काम करेंगे, डायरेक्ट सेल करेंगे तो मुनाफा होगा ही। वे कहते हैं कि पहले भी लोग अंजीर की खेती यहां करते थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था। क्योंकि वे सिर्फ प्रोडक्शन करते थे। इसके आगे का काम मिडिल मैन करते थे। मैंने इस गैप को पाट दिया।

समीर ने कहा- जो फ्रूट्स बाजार में हार्वेस्टिंग के दो या तीन दिन बाद पहुंचते थे, मैं उन्हें छोटे-छोटे पैकेट्स में एक दिन के भीतर ही पहुंचाने लगा। इससे फायदा ये हुआ कि जो पैसा बिचौलियों को मिलता था, वो मेरे हिस्से आने लगा। साथ ही ज्यादा ताजा होने के चलते भी बाजार में मेरे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई।

फ्रूट्स की प्रोसेसिंग बनी गेम चेंजर
समीर कहते हैं- कई बार कुछ फ्रूट्स बच जाते थे या दब जाते थे। इन्हें हम बाजार में नहीं बेच पाते थे। ऐसे प्रोडक्ट के लिए हमने प्रोसेसिंग का तरीका अपनाया। मेरे भाई ने फूड साइंस में इंजीनियरिंग की थी। उसने इससे जेली और जैम बनाने का सुझाव दिया। इसके बाद मैंने भी कुछ रिसर्च किया और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी जुटाई। फिर हमने जेली और जैम तैयार करना शुरू किया। जो आज ऑनलाइन और ऑफलाइन हर स्टोर पर उपलब्ध है। समीर के मुताबिक सिर्फ फ्रूट्स से प्रति एकड़ डेढ़ से दो लाख का मुनाफा कमाया जा सकता है।

समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती हैं जो फ्रूट्स की हार्वेस्टिंग से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम करती है।

अंजीर खाने के फायदे
अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। ये वेट लॉस, डायबिटीज कंट्रोल करने, हार्ट को हेल्दी रखने, इम्युनिटी को बढ़ाने और कैंसर की रोकथाम करने में मदद करता है।



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महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे अंजीर की खेती करते हैं। वे इसकी जेली और जैम भी तैयार कर मार्केट में सप्लाई करते हैं।


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आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वे कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ है। समीर कहते हैं- जब नौकरी छोड़कर गांव लौटा, तो परिवार के लोग बहुत नाराज हुए। उनका कहना था कि खेती में क्या रखा है, लोग गांव छोड़कर शहर जा रहे हैं और तुम गांव लौट रहे हो। उन्हें चिंता थी कि नौकरी नहीं रहेगी, तो लड़के की शादी नहीं हो पाएगी। खेती को बिजनेस बनाने का फैसला किया समीर ने बताया- हमारे एरिया में अंजीर की खेती खूब होती है। हमारे घर में भी लोग अंजीर की खेती करते थे। लेकिन उतना मुनाफा नहीं हो रहा था। इसलिए मैंने खेती को सिर्फ खेती न समझकर बिजनेस बनाने का काम किया। मैंने पोस्ट प्रोडक्शन यानी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग को लेकर काम करना शुरू किया। समीर पांच एकड़ जमीन पर अंजीर की खेती कर रहे हैं। वे दूसरे किसानों की फसल भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं। समीर ने पहली बार एक एकड़ जमीन में अंजीर की खेती शुरू की। जब फ्रूट्स तैयार हो गए तो पास के कुछ फूड मार्केट में उन्होंने बात की और फ्रेश फ्रूट्स सप्लाई करने का शुरू किया। उन्हें प्रोडक्ट सही लगा, तो सप्लाई रेगुलर कर दी। धीरे धीरे दायरा बढ़ता गया। आज उनके प्रोडक्ट्स देशभर में सुपर मार्केट्स के साथ ऑनलाइन भी मौजूद हैं। अब वे दूसरे किसानों के उत्पाद भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं। अब समीर फ्रेश फ्रूट्स के साथ अंजीर से अलग-अलग फ्लेवर में जेली और जैम भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम पवित्रक रखा है जो अंजीर का संस्कृत नाम है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती है। अंजीर की खेती कैसे करें? समीर कहते हैं कि अंजीर की खेती के लिए सबसे जरूरी है क्लाइमेट और जमीन। यह गर्म और सूखे प्रदेश में अच्छा होता है। इसके लिए मध्यम जमीन यानी न ज्यादा कठोर और न ही ज्यादा मुलायम होनी चाहिए। साथ ही जलजमाव वाली जगह नहीं चाहिए। अंजीर की खेती के लिए जून जुलाई का महीना काफी अच्छा होता है। इसी समय पौधरोपण करना चाहिए। एक एकड़ जमीन में करीब 300 पौधे लगाए जाते हैं। एक पौधे की कीमत 20 रुपए तक होती है। एक साल बाद इन पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। फल निकालने के बाद पौधों की देखभाल जरूरी होती है, तभी वे अगली फसल के लिए तैयार हो पाते हैं। अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। खेती से मुनाफा कैसे कमाएं? समीर बताते हैं कि खेती सबसे बड़ा बिजनेस सेक्टर है। आप चाहे किसी भी फसल की खेती करें, अगर आप उत्पादन के साथ- साथ पैकेजिंग और मार्केटिंग पर काम करेंगे, डायरेक्ट सेल करेंगे तो मुनाफा होगा ही। वे कहते हैं कि पहले भी लोग अंजीर की खेती यहां करते थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था। क्योंकि वे सिर्फ प्रोडक्शन करते थे। इसके आगे का काम मिडिल मैन करते थे। मैंने इस गैप को पाट दिया। समीर ने कहा- जो फ्रूट्स बाजार में हार्वेस्टिंग के दो या तीन दिन बाद पहुंचते थे, मैं उन्हें छोटे-छोटे पैकेट्स में एक दिन के भीतर ही पहुंचाने लगा। इससे फायदा ये हुआ कि जो पैसा बिचौलियों को मिलता था, वो मेरे हिस्से आने लगा। साथ ही ज्यादा ताजा होने के चलते भी बाजार में मेरे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई। फ्रूट्स की प्रोसेसिंग बनी गेम चेंजर समीर कहते हैं- कई बार कुछ फ्रूट्स बच जाते थे या दब जाते थे। इन्हें हम बाजार में नहीं बेच पाते थे। ऐसे प्रोडक्ट के लिए हमने प्रोसेसिंग का तरीका अपनाया। मेरे भाई ने फूड साइंस में इंजीनियरिंग की थी। उसने इससे जेली और जैम बनाने का सुझाव दिया। इसके बाद मैंने भी कुछ रिसर्च किया और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी जुटाई। फिर हमने जेली और जैम तैयार करना शुरू किया। जो आज ऑनलाइन और ऑफलाइन हर स्टोर पर उपलब्ध है। समीर के मुताबिक सिर्फ फ्रूट्स से प्रति एकड़ डेढ़ से दो लाख का मुनाफा कमाया जा सकता है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती हैं जो फ्रूट्स की हार्वेस्टिंग से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम करती है। अंजीर खाने के फायदे अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। ये वेट लॉस, डायबिटीज कंट्रोल करने, हार्ट को हेल्दी रखने, इम्युनिटी को बढ़ाने और कैंसर की रोकथाम करने में मदद करता है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे अंजीर की खेती करते हैं। वे इसकी जेली और जैम भी तैयार कर मार्केट में सप्लाई करते हैं। https://ift.tt/3rRaqnU Dainik Bhaskar मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ अंजीर की खेती और प्रोसेसिंग शुरू की, सालाना 1.5 करोड़ टर्नओवर 

आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वे कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ है।

समीर कहते हैं- जब नौकरी छोड़कर गांव लौटा, तो परिवार के लोग बहुत नाराज हुए। उनका कहना था कि खेती में क्या रखा है, लोग गांव छोड़कर शहर जा रहे हैं और तुम गांव लौट रहे हो। उन्हें चिंता थी कि नौकरी नहीं रहेगी, तो लड़के की शादी नहीं हो पाएगी।

खेती को बिजनेस बनाने का फैसला किया
समीर ने बताया- हमारे एरिया में अंजीर की खेती खूब होती है। हमारे घर में भी लोग अंजीर की खेती करते थे। लेकिन उतना मुनाफा नहीं हो रहा था। इसलिए मैंने खेती को सिर्फ खेती न समझकर बिजनेस बनाने का काम किया। मैंने पोस्ट प्रोडक्शन यानी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग को लेकर काम करना शुरू किया।

समीर पांच एकड़ जमीन पर अंजीर की खेती कर रहे हैं। वे दूसरे किसानों की फसल भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

समीर ने पहली बार एक एकड़ जमीन में अंजीर की खेती शुरू की। जब फ्रूट्स तैयार हो गए तो पास के कुछ फूड मार्केट में उन्होंने बात की और फ्रेश फ्रूट्स सप्लाई करने का शुरू किया। उन्हें प्रोडक्ट सही लगा, तो सप्लाई रेगुलर कर दी। धीरे धीरे दायरा बढ़ता गया। आज उनके प्रोडक्ट्स देशभर में सुपर मार्केट्स के साथ ऑनलाइन भी मौजूद हैं। अब वे दूसरे किसानों के उत्पाद भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

अब समीर फ्रेश फ्रूट्स के साथ अंजीर से अलग-अलग फ्लेवर में जेली और जैम भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम पवित्रक रखा है जो अंजीर का संस्कृत नाम है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती है।

अंजीर की खेती कैसे करें?
समीर कहते हैं कि अंजीर की खेती के लिए सबसे जरूरी है क्लाइमेट और जमीन। यह गर्म और सूखे प्रदेश में अच्छा होता है। इसके लिए मध्यम जमीन यानी न ज्यादा कठोर और न ही ज्यादा मुलायम होनी चाहिए। साथ ही जलजमाव वाली जगह नहीं चाहिए।

अंजीर की खेती के लिए जून जुलाई का महीना काफी अच्छा होता है। इसी समय पौधरोपण करना चाहिए। एक एकड़ जमीन में करीब 300 पौधे लगाए जाते हैं। एक पौधे की कीमत 20 रुपए तक होती है। एक साल बाद इन पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। फल निकालने के बाद पौधों की देखभाल जरूरी होती है, तभी वे अगली फसल के लिए तैयार हो पाते हैं।

अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है।

खेती से मुनाफा कैसे कमाएं?
समीर बताते हैं कि खेती सबसे बड़ा बिजनेस सेक्टर है। आप चाहे किसी भी फसल की खेती करें, अगर आप उत्पादन के साथ- साथ पैकेजिंग और मार्केटिंग पर काम करेंगे, डायरेक्ट सेल करेंगे तो मुनाफा होगा ही। वे कहते हैं कि पहले भी लोग अंजीर की खेती यहां करते थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था। क्योंकि वे सिर्फ प्रोडक्शन करते थे। इसके आगे का काम मिडिल मैन करते थे। मैंने इस गैप को पाट दिया।

समीर ने कहा- जो फ्रूट्स बाजार में हार्वेस्टिंग के दो या तीन दिन बाद पहुंचते थे, मैं उन्हें छोटे-छोटे पैकेट्स में एक दिन के भीतर ही पहुंचाने लगा। इससे फायदा ये हुआ कि जो पैसा बिचौलियों को मिलता था, वो मेरे हिस्से आने लगा। साथ ही ज्यादा ताजा होने के चलते भी बाजार में मेरे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई।

फ्रूट्स की प्रोसेसिंग बनी गेम चेंजर
समीर कहते हैं- कई बार कुछ फ्रूट्स बच जाते थे या दब जाते थे। इन्हें हम बाजार में नहीं बेच पाते थे। ऐसे प्रोडक्ट के लिए हमने प्रोसेसिंग का तरीका अपनाया। मेरे भाई ने फूड साइंस में इंजीनियरिंग की थी। उसने इससे जेली और जैम बनाने का सुझाव दिया। इसके बाद मैंने भी कुछ रिसर्च किया और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी जुटाई। फिर हमने जेली और जैम तैयार करना शुरू किया। जो आज ऑनलाइन और ऑफलाइन हर स्टोर पर उपलब्ध है। समीर के मुताबिक सिर्फ फ्रूट्स से प्रति एकड़ डेढ़ से दो लाख का मुनाफा कमाया जा सकता है।

समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती हैं जो फ्रूट्स की हार्वेस्टिंग से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम करती है।

अंजीर खाने के फायदे
अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। ये वेट लॉस, डायबिटीज कंट्रोल करने, हार्ट को हेल्दी रखने, इम्युनिटी को बढ़ाने और कैंसर की रोकथाम करने में मदद करता है।

आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें

महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे अंजीर की खेती करते हैं। वे इसकी जेली और जैम भी तैयार कर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

https://ift.tt/3rRaqnU Dainik Bhaskar मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ अंजीर की खेती और प्रोसेसिंग शुरू की, सालाना 1.5 करोड़ टर्नओवर Reviewed by Manish Pethev on December 31, 2020 Rating: 5

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