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लॉकडाउन के दो महीनों (25 मार्च से 30 जून) में ज्यादातर कंपनियों की आमदनी पर असर पड़ा था। कई कंपनियों की आमदनी तो बंद ही हो गई थी। लेकिन इस दौर में 20 कंपनियां ऐसी भी रहीं, जिन्होंने अपने मार्केट कैप में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा कर लिया। इस दौरान इन कंपनियों में निवेश करने वाले शेयरधारकों ने भी तगड़ा मुनाफा कमाया। भास्कर की रिसर्च से ये तस्वीर सामने आई। 1103 से बढ़कर 1704 रुपए के हुए रिलायंस के शेयर रिसर्च के मुताबिक, साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के इस अतिरिक्त मार्केट कैप में आधे से अधिक की हिस्सेदारी अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज की है। जियो की हिस्सेदारी बेचकर पैसे जुटाने का इस कंपनी ने अप्रैल महीने से जो सिलसिला शुरू किया, उसका असर कंपनी के शेयरों पर दिखा। 25 मार्च को रिलायंस के जो शेयर 1103 रुपए के थे, वो 30 जून को 1704 रुपए के हो गए। इससे निवेशकों को तो मुनाफा हुआ ही, कंपनी का मार्केट कैप भी 394,374 करोड़ रुपए बढ़ गया। रिलायंस के बाद सबसे अधिक फायदे में रहने वाली कंपनी सन फार्मा है। इन दो महीनों में कंपनी ने अपने मार्केट कैप में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा किया। आंकड़ों की बात करें तोअरबिंदो फार्मा ने अपने मार्केट कैप में 25,664 करोड़ रुपए जोड़े, जो उसकी कुल मार्केट कैप का 131.33 फीसदी है। प्रतिशत के मामले में ये सबसे ज्यादा है। रिसर्च में सामने आई टॉप-20 कंपनियों में से छह फार्मास्यूटिकल कंपनियां ही हैं। दुनियाभर से आई हाइड्रोक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल जैसी दवाओं की मांग ने सभी फार्मास्यूटिकल कंपनियों को फायदा पहुंचाया है। इस सूची में जिस सेक्टर की कंपनियों ने सबसे अधिक चौंकाया वह ऑटोमोबाइल है। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर ऑटो कंपनियों के शेयर काफी नीचे चल रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के दौर में इन कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। यही कारण है कि 20 कंपनियों की इस सूची में पांच ऑटो कंपनियां शामिल हैं, जो कि फार्मास्युटिकल कंपनियों के बाद सबसे अधिक हैं। पांच साल पुराने बैंक ने बनाया टॉप-5 में स्थान सूची में एक और चौंकाने वाला नाम बंधन बैंक का है। जब पूरा बैंकिंग सेक्टर दबाव में चल रहा है, इस पांच साल पुराने बैंक ने सूची में टॉप-5 में स्थान बनाया है। इस सूची में शामिल यह इकलौता बैंक भी है। लॉकडाउन के दो महीनों में बैंक ने मार्केट कैप दोगुना कर लिया। अरबिंदो फार्मा के बाद प्रतिशत के मामले में लाभ कमाने में बंधन बैंक दूसरे स्थान पर रहा है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 20 companies added 7.6 lakh crores to their market cap in two months of lockdown, half of this alone by Reliance https://ift.tt/30uayNb Dainik Bhaskar लॉकडाउन के दो महीनों में 20 कंपनियों ने अपने मार्केट कैप में जोड़े 7.6 लाख करोड़, इसमें भी आधा अकेले रिलायंस का

लॉकडाउन के दो महीनों (25 मार्च से 30 जून) में ज्यादातर कंपनियों की आमदनी पर असर पड़ा था। कई कंपनियों की आमदनी तो बंद ही हो गई थी। लेकिन इस दौर में 20 कंपनियां ऐसी भी रहीं, जिन्होंने अपने मार्केट कैप में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा कर लिया। इस दौरान इन कंपनियों में निवेश करने वाले शेयरधारकों ने भी तगड़ा मुनाफा कमाया। भास्कर की रिसर्च से ये तस्वीर सामने आई।

1103 से बढ़कर 1704 रुपए के हुए रिलायंस के शेयर

रिसर्च के मुताबिक, साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के इस अतिरिक्त मार्केट कैप में आधे से अधिक की हिस्सेदारी अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज की है। जियो की हिस्सेदारी बेचकर पैसे जुटाने का इस कंपनी ने अप्रैल महीने से जो सिलसिला शुरू किया, उसका असर कंपनी के शेयरों पर दिखा। 25 मार्च को रिलायंस के जो शेयर 1103 रुपए के थे, वो 30 जून को 1704 रुपए के हो गए। इससे निवेशकों को तो मुनाफा हुआ ही, कंपनी का मार्केट कैप भी 394,374 करोड़ रुपए बढ़ गया।

रिलायंस के बाद सबसे अधिक फायदे में रहने वाली कंपनी सन फार्मा है। इन दो महीनों में कंपनी ने अपने मार्केट कैप में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा किया। आंकड़ों की बात करें तोअरबिंदो फार्मा ने अपने मार्केट कैप में 25,664 करोड़ रुपए जोड़े, जो उसकी कुल मार्केट कैप का 131.33 फीसदी है। प्रतिशत के मामले में ये सबसे ज्यादा है।

रिसर्च में सामने आई टॉप-20 कंपनियों में से छह फार्मास्यूटिकल कंपनियां ही हैं। दुनियाभर से आई हाइड्रोक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल जैसी दवाओं की मांग ने सभी फार्मास्यूटिकल कंपनियों को फायदा पहुंचाया है।

इस सूची में जिस सेक्टर की कंपनियों ने सबसे अधिक चौंकाया वह ऑटोमोबाइल है। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर ऑटो कंपनियों के शेयर काफी नीचे चल रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के दौर में इन कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। यही कारण है कि 20 कंपनियों की इस सूची में पांच ऑटो कंपनियां शामिल हैं, जो कि फार्मास्युटिकल कंपनियों के बाद सबसे अधिक हैं।

पांच साल पुराने बैंक ने बनाया टॉप-5 में स्थान

सूची में एक और चौंकाने वाला नाम बंधन बैंक का है। जब पूरा बैंकिंग सेक्टर दबाव में चल रहा है, इस पांच साल पुराने बैंक ने सूची में टॉप-5 में स्थान बनाया है। इस सूची में शामिल यह इकलौता बैंक भी है। लॉकडाउन के दो महीनों में बैंक ने मार्केट कैप दोगुना कर लिया। अरबिंदो फार्मा के बाद प्रतिशत के मामले में लाभ कमाने में बंधन बैंक दूसरे स्थान पर रहा है।



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20 companies added 7.6 lakh crores to their market cap in two months of lockdown, half of this alone by Reliance


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लॉकडाउन के दो महीनों (25 मार्च से 30 जून) में ज्यादातर कंपनियों की आमदनी पर असर पड़ा था। कई कंपनियों की आमदनी तो बंद ही हो गई थी। लेकिन इस दौर में 20 कंपनियां ऐसी भी रहीं, जिन्होंने अपने मार्केट कैप में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा कर लिया। इस दौरान इन कंपनियों में निवेश करने वाले शेयरधारकों ने भी तगड़ा मुनाफा कमाया। भास्कर की रिसर्च से ये तस्वीर सामने आई। 1103 से बढ़कर 1704 रुपए के हुए रिलायंस के शेयर रिसर्च के मुताबिक, साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के इस अतिरिक्त मार्केट कैप में आधे से अधिक की हिस्सेदारी अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज की है। जियो की हिस्सेदारी बेचकर पैसे जुटाने का इस कंपनी ने अप्रैल महीने से जो सिलसिला शुरू किया, उसका असर कंपनी के शेयरों पर दिखा। 25 मार्च को रिलायंस के जो शेयर 1103 रुपए के थे, वो 30 जून को 1704 रुपए के हो गए। इससे निवेशकों को तो मुनाफा हुआ ही, कंपनी का मार्केट कैप भी 394,374 करोड़ रुपए बढ़ गया। रिलायंस के बाद सबसे अधिक फायदे में रहने वाली कंपनी सन फार्मा है। इन दो महीनों में कंपनी ने अपने मार्केट कैप में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा किया। आंकड़ों की बात करें तोअरबिंदो फार्मा ने अपने मार्केट कैप में 25,664 करोड़ रुपए जोड़े, जो उसकी कुल मार्केट कैप का 131.33 फीसदी है। प्रतिशत के मामले में ये सबसे ज्यादा है। रिसर्च में सामने आई टॉप-20 कंपनियों में से छह फार्मास्यूटिकल कंपनियां ही हैं। दुनियाभर से आई हाइड्रोक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल जैसी दवाओं की मांग ने सभी फार्मास्यूटिकल कंपनियों को फायदा पहुंचाया है। इस सूची में जिस सेक्टर की कंपनियों ने सबसे अधिक चौंकाया वह ऑटोमोबाइल है। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर ऑटो कंपनियों के शेयर काफी नीचे चल रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के दौर में इन कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। यही कारण है कि 20 कंपनियों की इस सूची में पांच ऑटो कंपनियां शामिल हैं, जो कि फार्मास्युटिकल कंपनियों के बाद सबसे अधिक हैं। पांच साल पुराने बैंक ने बनाया टॉप-5 में स्थान सूची में एक और चौंकाने वाला नाम बंधन बैंक का है। जब पूरा बैंकिंग सेक्टर दबाव में चल रहा है, इस पांच साल पुराने बैंक ने सूची में टॉप-5 में स्थान बनाया है। इस सूची में शामिल यह इकलौता बैंक भी है। लॉकडाउन के दो महीनों में बैंक ने मार्केट कैप दोगुना कर लिया। अरबिंदो फार्मा के बाद प्रतिशत के मामले में लाभ कमाने में बंधन बैंक दूसरे स्थान पर रहा है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें 20 companies added 7.6 lakh crores to their market cap in two months of lockdown, half of this alone by Reliance https://ift.tt/30uayNb Dainik Bhaskar लॉकडाउन के दो महीनों में 20 कंपनियों ने अपने मार्केट कैप में जोड़े 7.6 लाख करोड़, इसमें भी आधा अकेले रिलायंस का 

लॉकडाउन के दो महीनों (25 मार्च से 30 जून) में ज्यादातर कंपनियों की आमदनी पर असर पड़ा था। कई कंपनियों की आमदनी तो बंद ही हो गई थी। लेकिन इस दौर में 20 कंपनियां ऐसी भी रहीं, जिन्होंने अपने मार्केट कैप में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा कर लिया। इस दौरान इन कंपनियों में निवेश करने वाले शेयरधारकों ने भी तगड़ा मुनाफा कमाया। भास्कर की रिसर्च से ये तस्वीर सामने आई।

1103 से बढ़कर 1704 रुपए के हुए रिलायंस के शेयर

रिसर्च के मुताबिक, साढ़े सात लाख करोड़ रुपए के इस अतिरिक्त मार्केट कैप में आधे से अधिक की हिस्सेदारी अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज की है। जियो की हिस्सेदारी बेचकर पैसे जुटाने का इस कंपनी ने अप्रैल महीने से जो सिलसिला शुरू किया, उसका असर कंपनी के शेयरों पर दिखा। 25 मार्च को रिलायंस के जो शेयर 1103 रुपए के थे, वो 30 जून को 1704 रुपए के हो गए। इससे निवेशकों को तो मुनाफा हुआ ही, कंपनी का मार्केट कैप भी 394,374 करोड़ रुपए बढ़ गया।

रिलायंस के बाद सबसे अधिक फायदे में रहने वाली कंपनी सन फार्मा है। इन दो महीनों में कंपनी ने अपने मार्केट कैप में 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक का इजाफा किया। आंकड़ों की बात करें तोअरबिंदो फार्मा ने अपने मार्केट कैप में 25,664 करोड़ रुपए जोड़े, जो उसकी कुल मार्केट कैप का 131.33 फीसदी है। प्रतिशत के मामले में ये सबसे ज्यादा है।

रिसर्च में सामने आई टॉप-20 कंपनियों में से छह फार्मास्यूटिकल कंपनियां ही हैं। दुनियाभर से आई हाइड्रोक्लोरोक्वीन और पैरासिटामॉल जैसी दवाओं की मांग ने सभी फार्मास्यूटिकल कंपनियों को फायदा पहुंचाया है।

इस सूची में जिस सेक्टर की कंपनियों ने सबसे अधिक चौंकाया वह ऑटोमोबाइल है। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर ऑटो कंपनियों के शेयर काफी नीचे चल रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के दौर में इन कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई। यही कारण है कि 20 कंपनियों की इस सूची में पांच ऑटो कंपनियां शामिल हैं, जो कि फार्मास्युटिकल कंपनियों के बाद सबसे अधिक हैं।

पांच साल पुराने बैंक ने बनाया टॉप-5 में स्थान

सूची में एक और चौंकाने वाला नाम बंधन बैंक का है। जब पूरा बैंकिंग सेक्टर दबाव में चल रहा है, इस पांच साल पुराने बैंक ने सूची में टॉप-5 में स्थान बनाया है। इस सूची में शामिल यह इकलौता बैंक भी है। लॉकडाउन के दो महीनों में बैंक ने मार्केट कैप दोगुना कर लिया। अरबिंदो फार्मा के बाद प्रतिशत के मामले में लाभ कमाने में बंधन बैंक दूसरे स्थान पर रहा है।

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20 companies added 7.6 lakh crores to their market cap in two months of lockdown, half of this alone by Reliance

https://ift.tt/30uayNb Dainik Bhaskar लॉकडाउन के दो महीनों में 20 कंपनियों ने अपने मार्केट कैप में जोड़े 7.6 लाख करोड़, इसमें भी आधा अकेले रिलायंस का Reviewed by Manish Pethev on July 21, 2020 Rating: 5

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